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साबूदाना को व्रत के दौरान खाने के 5 फ़ायदे

Sago

साबूदाना, जिसे हम व्रत का आहार कहते है और जिसे सागो (Sago) भी कहा जाता है। यह पोषकतत्व से भरपूर होता है और साबूदाना का प्रयोग खीर, खिचड़ी और टिक्की बनाने में किया जाता है, जिन्हें आप बिना व्रत के भी खा सकते हैं। यह पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है। इसमें कार्बोहड्रेट स्टार्च के रूप में बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होता है, जो शरीर को तुरंत एनर्जी देता है और इसलिए व्रत में साबूदाना के सेवन की सलाह दी जाती है।

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साबूदाना (Sago) को व्रत के दौरान खाने के 5 फ़ायदे –

1. इम्यूनिटी को मज़बूत बनाता है

विटामिन सी एक ऐंटी-ऑक्सिडेंट है, हो इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाता है। साबूदाना (Sago) में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रलाइज़ करता है, जो शरीर की कोशिकाओं को नुक़सान पहुंचाकर कई बीमारियों का कारण बनते हैं। इसके अलावा श्वेत रक्त कोशिकाएं, जो शरीर में वायरस और इन्फ़ेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया से लड़ती हैं, जिन्हें विटामिन सी की बहुत ज़रूरी होता है। कभी-कभी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाना बहुत ज़रूरी हो जाता है, ऐसे समय में आपको अपने आहार में साबूदाना को शामिल करना चाहिए।

2. शरीर में ऊर्जा और एनर्जी बनाए रखेगा

हम रोजाना के काम करने के लिए ग्लुकोज़ की ज़रूरत होती है, लेकिन घंटो तक उपवास रखने से ब्लड शुगर का लेवल कम हो जाता है, जिससे शरीर में कमज़ोरी आ जाती है। कभी-कभी चक्कर आने लगता है या बेहोश भी हो सकते है। ऐसे में साबूदाना को व्रत के डायट में शामिल करना, एनर्जी देने का काम कर सकता है। साबूदाना (Sago) में प्रोटीन और वसा की मात्रा कम होती है, जिससे इसे पचाना आसान होता है।

3. हड्डियों के लिए फ़ायदेमंद

ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की एक आम समस्या है, जिसमें हड्डियां कमज़ोर होने की वजह से उनके टूटने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा कैल्शियम की कमी की वजह से होता है। साबूदाना (Sago) में कैल्शियम और मैग्निशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मज़बूती देते हैं। हड्डियों का 90 फ़ीसदी हिस्सा कैल्शियम से ही बना होता है। वहीं मैग्निशियम, शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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4. पाचन और डीटॉक्सिफ़िकेशन में मदद करता है

साबूदाना (Sago) में भरपूर मात्रा में फ़ाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को ठीक करता है और कब्ज़ जैसी समस्याओं को दूर करता है। इसके अलावा इसमें प्रोबायोटिक रेज़िस्टेन्ट स्टार्च होता है, जिससे पेट में खाना पचाने वाले बैक्टीरिया विकसित होते हैं। फ़ाइबर युक्त इस आहार के सेवन से पेट सेहतमंद बने रहते हैं।

5. वज़न नियंत्रण

साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा होते हैं। इसके अलावा इसमें वसा और प्रोटीन भी कम होता है। ऐसे में यह वज़न पर नियंत्रण रखने के लिए अच्छा आहार है। यह एनर्जी से भरपूर और कार्बोहाइड्रेड से युक्त अच्छा आहार है। इसके अलावा इसमें फ़ाइबर अधिक मात्रा में होने की वजह से आप लम्बे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करते हैं, आपको उपवास के दौरान बार-बार भूख नहीं लगती है, इसलिए आप ज़रूरत से ज़्यादा नहीं खाते हैं।

साबुदाना में कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट और मैग्निशियम का अच्छा स्रोत है। एनर्जी देने के अलावा यह पाचन में मदद करता है, इम्यूनिटी को मज़बूत बनाता है। इसके सेवन से उपवास के दौरान आपको बार-बार भूख नहीं लगती है। साबूदाना विटामिन और मिनरल्स नहीं दे सकता, इसलिए इसका सेवन सब्ज़ियों या दूध के साथ करें।